
नवरात्रि भारत का सबसे शुभ और पावन पर्व है, जिसमें भक्तगण नौ दिनों तक माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना करते हैं। हर दिन माँ के एक अलग रूप की पूजा की जाती है, जिससे जीवन में शक्ति, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। इस लेख में हम नवरात्रि में माता के 9 रूपों की पूजा विधि और चमत्कारी मंत्र के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिससे आपकी पूजा अधिक प्रभावशाली होगी।
- प्रथम दिन – माँ शैलपुत्री की पूजा विधि
लाल रंग के वस्त्र पहनें।
गंगाजल से कलश स्थापना करें।
माँ शैलपुत्री को दूध से बनी मिठाई अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः
- द्वितीय दिन – माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि
सफेद वस्त्र पहनें।
माँ को मिश्री, पंचामृत और फूल अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः
- तृतीय दिन – माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि
सुनहरे या पीले वस्त्र पहनें।
माँ को दूध, मखाने और शहद अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः
- चतुर्थ दिन – माँ कूष्मांडा की पूजा विधि
नारंगी या हरे वस्त्र पहनें।
माँ को मालपुआ और कुमकुम अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी कूष्मांडायै नमः
- पंचम दिन – माँ स्कंदमाता की पूजा विधि
पीले या सफेद वस्त्र पहनें।
माँ को केले और पीले फूल अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी स्कंदमातायै नमः
- षष्ठम दिन – माँ कात्यायनी की पूजा विधि
लाल या गुलाबी वस्त्र पहनें।
माँ को शहद और हल्दी अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी कात्यायन्यै नमः
- सप्तम दिन – माँ कालरात्रि की पूजा विधि
नीले या काले वस्त्र पहनें।
माँ को गुड़ और नारियल अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी कालरात्र्यै नमः
- अष्टम दिन – माँ महागौरी की पूजा विधि
गुलाबी या बैंगनी वस्त्र पहनें।
माँ को नारियल, हलवा और फूल चढ़ाएं।
मंत्र: ॐ देवी महागौर्यै नमः
- नवम दिन – माँ सिद्धिदात्री की पूजा विधि
बैंगनी या पीले वस्त्र पहनें।
माँ को तिल के लड्डू और कमल के फूल अर्पित करें।
मंत्र: ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः
माता के भजन-कीर्तन करें।
व्रत और उपवास रखें।
देवी मंत्रों का जाप करें।
घर में अखंड ज्योति जलाएं।
जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र दान करें।
लहसुन-प्याज और तामसिक भोजन न करें।
नकारात्मक विचारों से बचें।
देर रात तक मोबाइल और टीवी देखने से बचें।
नवरात्रि के दौरान बाल और नाखून न काटें।
बिना स्नान किए पूजा न करें।
1️⃣ ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
2️⃣ ॐ दुं दुर्गायै नमः
3️⃣ ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः
4️⃣ ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः
5️⃣ ॐ कात्यायनाय विद्महे, कन्याकुमारि धीमहि, तन्नो दुर्गि प्रचोदयात्
नवरात्रि में माता के 9 रूपों की सही पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। यदि सही विधि और मंत्रों के साथ पूजा की जाए, तो माता की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
इस गाइड में हमने नवरात्रि में माता के 9 रूपों की पूजा विधि और चमत्कारी मंत्र की विस्तृत जानकारी दी। क्या आपको यह जानकारी उपयोगी लगी? नीचे कमेंट में हमें बताएं!
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- नवरात्रि में माँ के 9 रूपों की पूजा का महत्व क्या है?
नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने से भक्तों को आध्यात्मिक शक्ति, सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और सुरक्षा प्राप्त होती है। यह नौ दिन आत्मशुद्धि और भक्ति के लिए बहुत ही शुभ माने जाते हैं।
- माँ दुर्गा के 9 रूप कौन-कौन से हैं और उनकी पूजा कैसे की जाती है?
माँ दुर्गा के 9 रूप इस प्रकार हैं:
- शैलपुत्री – घी का भोग लगाएं
- ब्रह्मचारिणी – चीनी या मिश्री का भोग
- चंद्रघंटा – दूध से बनी मिठाई अर्पित करें
- कूष्मांडा – मालपुए का भोग
- स्कंदमाता – केले का भोग
- कात्यायनी – शहद अर्पित करें
- कालरात्रि – गुड़ और तिल का भोग
- महागौरी – नारियल और हलवे का भोग
- सिद्धिदात्री – तिल, नारियल और पंचामृत का प्रसाद
नवरात्रि के दौरान कौन-कौन से नियमों का पालन करना चाहिए?
- व्रत रखने वाले व्यक्ति को सात्विक भोजन करना चाहिए।
प्याज, लहसुन और तामसिक चीजों से परहेज करें।
प्रतिदिन देवी दुर्गा की पूजा, आरती और मंत्र जाप करें।
नकारात्मक विचारों और गुस्से से बचें।
- नवरात्रि में कौन-से मंत्र जपने चाहिए?
सर्वसिद्धि प्राप्ति के लिए: “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे॥”
सभी कष्टों को दूर करने के लिए: “ॐ दुं दुर्गायै नमः॥”
माँ लक्ष्मी की कृपा के लिए: “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः॥”
- क्या नवरात्रि में केवल व्रत रखने से फल मिलता है?
व्रत रखने के साथ-साथ सच्चे मन से माँ की भक्ति करना, अच्छे कर्म करना और जरूरतमंदों की मदद करना भी बहुत आवश्यक होता है।
- क्या नवरात्रि में काले कपड़े पहनने चाहिए?
नवरात्रि में सफेद, लाल, पीले, हरे और गुलाबी रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। काले रंग से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।
- क्या नवरात्रि में नींबू-मिर्च टांग सकते हैं?
नवरात्रि में नींबू-मिर्च टांगना या किसी भी प्रकार के तंत्र-मंत्र से बचना चाहिए। इन दिनों केवल माँ दुर्गा की पूजा और सकारात्मक ऊर्जा पर ध्यान देना चाहिए।
- घर में घटस्थापना का सही तरीका क्या है?
सबसे पहले एक मिट्टी के बर्तन में जौ (जवारे) बोएं।
फिर उसमें पानी डालें और एक कलश स्थापित करें।
कलश पर नारियल रखें और उसे लाल कपड़े से लपेटें।
माँ दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर के सामने दीपक जलाएं और उनकी पूजा करें।
- नवरात्रि में कन्या पूजन क्यों किया जाता है?
नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे माँ दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
- नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ क्यों किया जाता है?
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है, मनोवांछित फल प्राप्त होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
अगर आपको और कोई प्रश्न पूछना है तो जरूर बताएं! 😊
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